मै कल हुँ , मैं आने वाला कल कल
हुँ
उम्मीद की किरण को दिखलाने वाला कल हुंँ ,
तु कर प्रयास ये बतलाने वाला कल हुँ ,
मंजिल है पास तेरे ये दिखलाने वाला कल हुँ ,
हर अंधेरे के बाद उजाले के साथ आने वाला कल हुंँ ,
मै वो कल हुँ , जो तेरे सामने आज बन के खड़ा हुँ ,
मै तेरे कल कि कामयाबी में एक राह बन के खड़ा हुंँ ,
तेरी खुशी में साथी बन के , तेरे दुःख में राही बन के चलने वाला कल हुँ ,
मै कल हुं मैं आने वाला कल हुँ
:- ABHISHEK SINGH
हुँ
उम्मीद की किरण को दिखलाने वाला कल हुंँ ,
तु कर प्रयास ये बतलाने वाला कल हुँ ,
मंजिल है पास तेरे ये दिखलाने वाला कल हुँ ,
हर अंधेरे के बाद उजाले के साथ आने वाला कल हुंँ ,
मै वो कल हुँ , जो तेरे सामने आज बन के खड़ा हुँ ,
मै तेरे कल कि कामयाबी में एक राह बन के खड़ा हुंँ ,
तेरी खुशी में साथी बन के , तेरे दुःख में राही बन के चलने वाला कल हुँ ,
मै कल हुं मैं आने वाला कल हुँ
:- ABHISHEK SINGH
✌✌👌👌👍
ReplyDeleteAwesome lines Bhai ��.. keep it up..
ReplyDeleteAwsome broo keep it up..
ReplyDelete👌👌 wow nice lines
ReplyDeleteMaja aa gya
Itna achha poem likhe ho.
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteVery nice lines bro...Aise hi lage raho....
ReplyDeleteVery Nice Abhi
ReplyDeleteक्या बात है ऐसे ही लिखते रहो nice line
ReplyDeleteNice poem
ReplyDeleteNice lines... Keep it up
ReplyDeleteNice 1 abhi
ReplyDeleteGood job bro 👍
ReplyDeleteAwesome lines bhai 👌
ReplyDelete❤️awsom bhai
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